भगवान बलरामजी जयंती
भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष षष्ठी तिथि को स्वाति नक्षत्र में मध्यान्ह के समय ब्रज में भगवान श्रीकृष्ण के अग्रज भगवान बलरामजी का जन्म हुआ था.
असुरों का संहार करने से लेकर बलाभिमान दैत्यों को दंड देकर धर्म की स्थापना हेतु बलरामजी ने अवतार लिया था.
श्रीगर्ग संहिता के बालभद्र कांड के अनुसार बलरामजी कृषि के देवता हैं. उनके अस्त्र-शस्त्र भी केवल संहार के लिए नहीं, बल्कि सृजन के लिए भी (हल) उपयोग में आते हैं.
कृषि देवता बलरामजी का पूरा जीवन लीलाओं एवं मानव मूल्यों से भरा हुआ है, जो आज भी कृषक समाज समेत सर्व समाज के लिए प्रेरणास्रोत हैं.
कृषि देवता भगवान बलराम जयंती की शुभकामनाएं !
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